सोमवार, 25 अक्तूबर 2010

नेट के फराक सलवार मछरदानी के

कलयुग के फैशन कमाल कईले बा हो  दादा 
दोष बा ज़माना के कि दोष बा जवानी के 
नेट  के फराक सलवार मछरदानी के 
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फ़ारेले पीएम सियेले सीएम 
सुई में डोरा बाकी डालेले   डीएम 
एमपी एमेले भी कमाल कईले बा हो दादा
हो गईल देहात जवन हाल राजधानी के 
नेट...................................
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होटल में बियर ढारेली   डीअर 
बार्डीगार्ड   निजी बाकी रहेला नियर
होटल के आदत अब बेहाल कईले  बा हो दादा
बनेला शराब खांटी गंगा जी के पानी के 
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कहीं बा काटल कहीं बा फाटल
कमर के नीचे बाकी दिल बाटे  साटल
मुकेश समाज से सवाल कईले बा हो दादा 
दिनों में फुलाता काहे फ़ूल रातरानी के 
नेट ........................................

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