कलयुग के फैशन कमाल कईले बा हो दादा
दोष बा ज़माना के कि दोष बा जवानी के
नेट के फराक सलवार मछरदानी के
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फ़ारेले पीएम सियेले सीएम
सुई में डोरा बाकी डालेले डीएम
एमपी एमेले भी कमाल कईले बा हो दादा
हो गईल देहात जवन हाल राजधानी के
नेट...................................
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होटल में बियर ढारेली डीअर
बार्डीगार्ड निजी बाकी रहेला नियर
होटल के आदत अब बेहाल कईले बा हो दादा
बनेला शराब खांटी गंगा जी के पानी के
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कहीं बा काटल कहीं बा फाटल
कमर के नीचे बाकी दिल बाटे साटल
मुकेश समाज से सवाल कईले बा हो दादा
दिनों में फुलाता काहे फ़ूल रातरानी के
नेट ........................................
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